14.
माँ तेरे चरणों को छुकर,
मैं सदा प्रणाम करता हूँ।
सुबह और शाम तेरा,
और बापू का नाम जपता हूँ।
तुझमें ही मैंने सभी,
देवियों का रूप देखा है।
मेरे बापू के चमड़े को,
जलाने वाला धूप देखा है।
माँ तेरे ममता से ज़्यादा,
कोई महान नहीं हो सकता।
आप लोग के उपस्थिति में
कोई दूसरा भगवान नहीं हो सकता।
यह मेरा सौभाग्य है,
कि मैं आपका बेटा हूँ।
ना जाने कितने वर्षों बाद,
आज तेरी गोद में लेटा हूँ।
आपका स्नेह मुझे,
हमेशा मिलता रहे।
यूँ ही हमारा परिवार,
खुशियों से खिलता रहे।
©Niraj Yadav 🇮🇳
(Bhopatpur Nayakatola, Motihari: Bihar)
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