9. मैं नागालैंड, वे हैं बिहार में
मैं नागालैंड, वे हैं बिहार में।
हम में दूरियाँ तो बहुत हो गई।
कर ही क्या सकते थे,
हमारी मजबूरियाँ बहुत हो गई।
सब कुछ ठीक कर देना,
यह हमारे हाथ में नहीं था।
शायद हमारा ही किस्मत,
हमारे साथ में नहीं था।
ऐसा नहीं कि,
हमने कोशिश नहीं की।
जिससे स्थिति और ना बिगड़े,
बस हमने वही की।
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