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तेरे संग दो पल
रहने को तरसता हूँ माँ
अकेला पाकर मैं
रात भर बरसता हूँ माँ
तेरी आँखों से भी
आसु बहते होंगे
तेरी हर दर्द को
बयां करते होंगे
नींद नही आती मुझको
अब तेरे बिन
गुज़ारना मुश्किल हो गया है
एक - एक दिन
एक तू ही है जिससे
अपना दर्द बांट लेता हूँ
मुझे पता है
आज भी तेरा लाड़ला बेटा हूँ
मुझे ख़ुद भी पता नहीं
कहा हूँ माँ
पर अबकी छुट्टी में
आ रहा हूँ माँ
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